किसने वायसराय की एक्जिक्यूटिव काउंसिल के पुनर्गठन का सुझाव दिया, जिसमें वाॅर मेम्बर सहित सभी विभाग भारती नेताओं द्वारा धारण किये जाने थे?
निम्नलिखित में से किसने वायसराय की एक्जिक्यूटिव काउंसिल के पुनर्गठन का सुझाव दिया, जिसमें वाॅर मेम्बर सहित सभी विभाग भारती नेताओं द्वारा धारण किये जाने थे?
( A) साइमन कमीशन (B) शिमला सम्मेलन
(C) क्रिप्स प्रस्ताव (D) कैबिनेट मिशन
उत्तर - शिमला सम्मेलन
व्याख्या:
4 जून,1945 को भारतीय वायसराय वेवेल ने भारतीयों के सामने 'वेवेल योजना' को रखा। इस योजना की प्रमुख बातें निम्नलिखित थीं
वायसराय की कार्यकारिणी परिषद को पुनर्गठित किया जाय तथा उसमें सभी दलों को प्रतिनिधित्व दिया जाए।परिषद में वायसराय या सैन्य प्रमुख के अतिरिक्त शेष सभी सदस्य भारतीय होंगे।
कार्यकारिणी मे मुसलमान सदस्यों की संख्या सवर्ण हिंदुओ के बराबर होगी।
कार्यकारिणी परिषद एक अंतरिम राष्ट्रीय सरकार के समान होगी गवर्नर जनरल बिना कारण निषेधाधिकार के प्रयोग नहीं करेगा।
कांग्रेस के नेता रिहा किये जायँगे तथा शीघ्र ही शिमला में एक सर्वदलीय सम्मेलन बुलाया जाएगा।
युद्ध समाप्त होने के बाद भारतीय स्वयं ही अपना सविंधान बनाएगें।
25 जून,1945 को शिमला में सर्वदलीय सम्मेलान् का आयोजन हुआ। इसे ही शिमला सम्मेलन के नाम से जाना जाता है। इसमें कुल 22 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। सम्मेलन के दौरान मुस्लिम लीग द्वारा यह शर्त रखी गयी कि वायसराय की कार्यकारिणी परिषद में नियुक्त होने वाले सभी मुस्लिम सदस्यों का चयन वह स्वयं करेगी। कांग्रेस जिन्ना के इस प्रस्ताव को नहीं मानी। अतः वेवेल् ने 14 जुलाई, 1945 को सम्मेलन की विफलता की घोषणा की।
तो जैसा की आप सबने देखा इसका उत्तर है शिमला सम्मेलन में वायसराय की एक्जिक्यूटिव काउंसिल के पुनर्गठन का सुझाव दिया, जिसमें वाॅर मेम्बर सहित सभी विभाग भारती नेताओं द्वारा धारण किये जाने थे।