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इतिहास की परिभाषा - Itihaas Ki Paribhasha

 इतिहास की परिभाषा - Itihaas Ki Paribhasha

आज हम इतिहास क्या है परिभाषा, इतिहास की परिभाषा, इतिहास क्या है? अर्थ और परिभाषा और इतिहास की परिभाषा क्या है? जैसे सवालों के जबावों के बारे में विस्तार से जानेंगे। कहा जाता है अक्सर लोग इतिहास को अतीत में घटी पुरानी घटनाओं का लेखा-जोखा ही मानते है। 

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लेकिन वास्तव में इतिहास क्या है और इतिहास की परिभाषा क्या है इसके बारे में बहुत कम लोग जानते है। आइये आज हम इतिहास किसे कहते है अर्थ और परिभाषा इसके बारे में जानेंगे। 

इतिहास की परिभाषा (itihas ki paribhasha)

विभिन्न विद्वानों ने इतिहास को जिस प्रकार से अलग-अलग अर्थों में लिया है उसी प्रकार इतिहास की परिभाषाएँ भी भिन्न-भिन्न प्रकार से दी हैं। कुछ लोगों ने इतिहास को एक कहानी, एक ज्ञान, राजनीतिशास्त्र, सामाजिक विज्ञान, विशुद्ध विज्ञान, चिंतन विद्या, अतीत वर्तमान का संलाप एवं भूत भविष्य इत्यादि कहा है तो कुछ ने सभ्यता, संस्कृति, सत्यान्वेषण, उत्पादन, प्रगति आदि से संबोधन करके परिभाषित करने का प्रयास किया है। विद्वानों ने इतिहास को जिन-जिन अर्थों में देखा है, उसी के अनुरूप इतिहास को परिभाषित करने का प्रयास किया है। यही कारण है कि इतिहास की अनंत परिभाषाएँ हो चुकी हैं, पर अभी तक इतिहास की कोई सर्वमान्य परिभाषा निश्चित नहीं की जा सकी है। इसीलिए चार्ल्स फर्थ कहते हैं कि इतिहास को परिभाषित करना बहुत कठिन कार्य है। इतिहास की परिभाषाओं को देखने से यह ज्ञात होता है कि एक ही विद्वान ने इतिहास को भिन्न-भिन्न आधार पर कई प्रकार से परिभाषित करने का प्रयास किया है। चार्ल्स फर्थ ने लिखा है कि इतिहास को परिभाषित करना सरल नहीं है फिर भी विभिन्न इतिहासकारों ने अपने-अपने ढंग से इतिहास की परिभाषाएँ दी हैं जिनका विवरण निम्नानुसार दिया गया है -

चार्ल्स फर्थ के अनुसार "इतिहास मानवीय सामाजिक जीवन का वर्णन है। इसका उद्देश्य सामाजिक परिवर्तनों को प्रभावित करने वाले उन सक्रिय विचारों का अन्वेषण है, जो समाज के विकास मे बाधक अथवा सहायक सिद्ध हुये है। इन सभी तथ्यों का उल्लेख इतिहास मे होना चाहिए।

प्रो. घाटे के अनुसार "इतिहास मानव जाति के भूत का वैज्ञानिक लेखा-जोखा है।" 

जी. आर. एल्टन "इतिहास की परिभाषा अतीत तथा वर्तमान के बीच सेतु के रूप मे करते है।"

ई. एच. कार के अनुसार " प्रत्येक इतिहास विचार का इतिहास होता है और इतिहासकार के मन मे उन विचारों का पुनर्निर्माण होता है, जिनका इतिहास के अन्तर्गत वह अध्ययन करता है। 

हेनरी जानसन के अनुसार " इतिहास मानव जाति के भूत का वैज्ञानिक लेखा-जोखा है।"

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